eBook – धार्मिक उत्सव एवं व्रतों का अध्यात्मशास्त्रीय आधार

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धार्मिक उत्सव हमारे जीवन का अविभाज्य अंग है ! होली जैसे उत्सव के कारण अमीर-गरीब, सुशिक्षित-अशिक्षित इत्यादि भेदभाव भुला दिए जाते हैं । गुरुपूर्णिमा जैसे उत्सव के भंडारे में (अन्नदान में) तन-मन-धन का त्याग होता है । ऐसे विविधांगी महत्त्व रखनेवाले धार्मिक उत्सवों का आध्यात्मिक स्तर पर भी लाभ हो, इस दृष्टि से प्रस्तुत ग्रंथ में श्रीराम नवमी, नवरात्रि, दीपावली जैसे अनेक धार्मिक उत्सव मनाने की उचित पद्धतियां दी हैं ।
धार्मिक उत्सव मनाने के साथ पुण्य प्रदान करनेवाले, पाप का परिमार्जन करनेवाले, भाग्योदय करनेवाले व्रतों का आचरण करने के लिए भी हिन्दू धर्म ने बताया है । इस ग्रंथ में एकादशी, महाशिवरात्रि जैसे कुछ प्रमुख व्रतों का उद्देश्य, व्रत करने की विधि इत्यादि का विवेचन किया है ।
यह ग्रंथ पढें, तदनुसार कृति करें एवं आनंद, मांगल्य एवं चैतन्य का अनुभव करें !
eBook – धार्मिक उत्सव एवं व्रतों का अध्यात्मशास्त्रीय आधार

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