Weight | 0.102 kg |
---|---|
ISBN | 978-93-89098-32-7 |
Language | Hindi |
No. of Pages | 84 |
Compilers | परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले एवं पू. संदीप आळशी |
Group | 2955 |
नामजप उपचारसे दूर होनेवाले विकार
₹100 ₹90
Also available in: English , Marathi
मनुष्यकी देहमें पंचतत्त्वोंमेंसे कोई तत्त्व असन्तुलित होनेपर देहमें विकार उत्पन्न होते हैं ।
यह असन्तुलन दूर करने हेतु अर्थात उससे उत्पन्न विकार दूर करने हेतु उस तत्त्वसे सम्बन्धित नामजपके साथ ही मुद्रा और न्यास भी उपयुक्त हैं ।
नामजपसहित मुद्रा और न्यास करनेसे उपचारोंका लाभ अधिक होता है । इस विषयमें भी विवेचन किया गया है ।

In stock
Reviews
There are no reviews yet.