परमेश्वर एवं ईश्वर

60 54

Also available in: English , Marathi
  • साधनाद्वारा ईश्वरकी प्राप्ति कैसे करें ?
  • ईश्वर एवं मानवके प्रारब्धमें क्या संबंध है ?
  • ईश्वर भक्तोंकी अहर्निश सेवा करनेवाले कैसे हैं ?
  • सृष्टिकी उत्पत्ति, स्थिति एवं लयका क्या अर्थ है ?
  • परमेश्वरके शांत अथवा तृप्त करनेका अर्थ क्या है ?
  • परमेश्वर एवं ईश्वरके शाश्वत एवं अविनाशी रूप कौनसे हैं ?
  • परमेश्वर सर्वव्यापी हैं, तब भी सभीसे अलिप्त एवं परिपूर्ण कैसे हैं ?
  • ईश्वर मानवसे आकाशवाणीके माध्यमसे कैसे संपर्क कर सकते हैं ?
  • परमेश्वर निर्गुण एवं निराकार हैं, तब वे सगुण रूपमें दर्शन कैसे देते हैं ?
  • ईश्वर एक ही हैं, ऐसेमें उन्हें विभिन्न रूप एवं अवतार क्यों लेने पडते हैं ?

ऐसे प्रश्नोंके विस्तृत उत्तर इस ग्रंथमें मिलेंगे ।

Index and/or Sample Pages

In stock

परमेश्वर एवं ईश्वर

60 54