धार्मिक उत्सव एवं व्रतों का अध्यात्मशास्त्रीय आधार

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    वर्तमानमें धार्मिक उत्सवोंको प्राप्त विकृत रूप परिवर्तित कर धर्मशास्त्रानुसार उत्सव मनाना, यह ‘हिन्दू’के रूपमें हमारा कर्तव्य है ।
    इस दृष्टिसे विविध धार्मिक उत्सव मनानेकी धर्मशास्त्रीय पद्धतियां इस ग्रंथमें दी हैं । मनुष्यका जीवन संयमित और सुखी बनानेके लिए उपयुक्त व्रत हिन्दू धर्ममें बताए गए हैं । इन व्रतोंके पीछे ऋषि-मुनियोंका संकल्प भी है, इसलिए इनका श्रद्धापूर्वक पालन करनेवालोंको व्रतोंका इष्ट फल मिलता है ।
    इस ग्रंथमें विविध व्रत करनेकी शास्त्रीय पद्धतियों का विवेचन भी दिया हैं ।

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