Weight | 0.132 kg |
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ISBN | 978-93-91069-06-3 |
No of Pages | 108 |
Language | Hindi |
Compilers | परात्पर गुरु डाॅ. जंयत आठवले (ग्रन्थके मार्गदर्शक) एवं श्रीमती स्मिता नवलकर (विज्ञापन एवं जनसम्पर्क सेविका) |
Group | 18353 |
धर्मकार्य हेतु विज्ञापन आदि अर्पण प्राप्त करना समष्टि साधना है !
₹80 ₹72
Also available in: Marathi
‘जनमानसपर उचित संस्कार करनेमें समाचार-पत्रोंका अमूल्य योगदान होता है । इसलिए अध्यात्मप्रसारका प्रमुख कार्य करनेवाली सनातन संस्थाने अप्रैल १९९८ से मराठी साप्ताहिक ‘सनातन प्रभात’के माध्यमसे पत्रकारिताके क्षेत्रमें कार्य आरम्भ किया । आज सनातन संस्था मराठी दैनिक ‘सनातन प्रभात’के चार संस्करण, मराठी और कन्नड साप्ताहिक ‘सनातन प्रभात’, हिन्दी और अंग्रेजी पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’के माध्यमसे अध्यात्मप्रसारके साथ-साथ राष्ट्र्ररक्षा और धर्मजागृति का कार्य भी कर रही है । कलियुगमें व्यष्टि साधनास अधिक महत्त्व समष्टि साधनाका
होता है; इसलिए सनातनके साधक सनातन संस्थाके संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजीकी कृपा एवं आशीर्वादसे नियतकालिक ‘सनातन प्रभात’के लिए सम्पादकीय लिखना, समाजमें जाकर समाचार संकलित करना, यहांसे लेकर उसे प्रकाशित कर घर-घर पहुंचाने तकके सभी कार्य साधनाके रूपमें कर रहे हैं ।
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