गीताज्ञानदर्शन

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योगसिद्धांत समझनेपर ही साधनाका मार्ग मिलता है और उसके अनुसार योगमार्गपर चलना सुगम होता है ।
ती. भाऊने इस ग्रंथमें कर्मयोग, सांख्ययोग,ज्ञानयोग और भक्तियोग के अनुसार जो वर्णन दिए हैं, वे गीताके संबंधित विषयपर आधारित हैं । इसलिए श्रीकृष्णका उपदेश मनुष्यको किस प्रकार साधनाके लिए प्रवृत्त करता है तथा उससे प्रत्यक्ष साधना करवाकर उद्धार करता है, यह जनमानसके लिए समझना सरल हो गया है ।

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