श्रीविष्णु (कार्य, विशेषताएं एवं उपासनाका अध्यात्मशास्त्र)

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बहुतांश उपासकोंको अपने आस्थाकेन्द्र देवतासम्बन्धी जो थोडी-बहुत जानकारी रहती है, वह अधिकतर पढी-सुनी कथाओंसे होती है । ऐसी अल्प जानकारीके कारण देवताओंपर उनका विश्वास भी अल्प ही होता है । देवताओंकी अध्यात्मशास्त्रीय जानकारीसे उनके प्रति श्रद्धा निर्माण होती है एवं श्रद्धा भावपूर्ण उपासना हेतु सहायक है । भावपूर्ण उपासना अधिक फलदायी होती है । इस दृष्टिसे इन ग्रन्थोंमें प्रस्तुत श्रीविष्णुसम्बन्धी ऐसा अध्यात्मशास्त्रीय ज्ञान दिया है, जो अन्यत्र अनुपलब्ध है; परन्तु उपयुक्त है ।

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श्रीविष्णु (कार्य, विशेषताएं एवं उपासनाका अध्यात्मशास्त्र)

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