Weight | 0.106 kg |
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No of Pages | 82 |
Language | Hindi |
Compilers | परात्पर गुरु डॉ जयंत आठवले एवं पू. (श्रीमती) उमा रविचंद्रन |
Group | 2603 |
‘बालभाव’में रेखांकित चित्र (भाग १)
₹105 ₹95
Also available in: Marathi
बालभाव भावका एक प्रकार है । इसमें साधकका भाव बालककी भांति निर्मल रहता है । विभिन्न कृत्य करते समय स्वयंको नन्ही बालिका मानकर साथमें श्रीकृष्ण हैं, साधिकाका यह भाव इस ग्रंथमें दिए उसके चित्रोंसे प्रतीत होता है । बालभाव व्यक्त करनेवाले तथा कलात्मक दृष्टिकोणसे उत्कृष्ट चित्र देखनेवालेका भी भाव जागृत करते हैं !
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