Weight | 0.1 kg |
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No of Pages | 80 |
ISBN | 978-93-5257-161-1 |
Language | Hindi |
Compilers | परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवले |
Group | 2893 |
विकार-निर्मूलन हेतु रिक्त गत्तेके बक्सोंसे उपचार (भाग २)
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Also available in: English , Marathi
विकार-निर्मूलन हेतु रिक्त गत्तेके बक्सोंसे उपचार (भाग १) इस ग्रन्थमें बक्सेकी उपचार-पद्धतिका महत्त्व तथा इस पद्धतिका मूलभूत विवेचन किया है ।
ग्रन्थके इस दूसरे भागमें बक्सेके प्रत्यक्ष उपचार करनेकी विविध पद्धतियां बताई हैं । इसमें बताया है कि बक्सेको शरीरसे लगभग ३० सें.मी. (१ फुट) दूर रखकर उपचार करना, बक्सेको हाथमें पकडकर उपचार करना, बक्सोंका शिरस्त्राण (हेल्मेट) पहनना जैसे बक्सेके उपचार करनेके अतिरिक्त दैनिक क्रियाकलाप, अध्ययन इत्यादि करते समय भी बक्सोंसे उपचार सहजरूपसे कैसे किए जा सकते हैं ।
आजकल अनेक लोगोंको रातमें शान्त निद्रा नहीं आती । शान्त निद्रामें सहायक सिद्ध होने वाले बक्सोंके उपचार कैसे करें, इसका विवेचन भी इस भागमें किया है ।
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