Due to operational constraints Online Sanatan Shop is unable to ship the orders between 16 May 2025 and 25 May 2025. Pending orders will be dispatched from 26 May 2025. We apologise in advance for any resulting inconvenience.
आदरणीय ग्राहक आणि जिज्ञासू, काही तांत्रिक कारणांमुळे सनातन शॉपवरून दिनांक १६ मे २०२५ ते २५ मे २०२५ या कालावधीत आलेल्या मागण्यांचे वितरण २६ मे २०२५ पासून करण्यात येईल. आपल्याला होणाऱ्या असुविधेबद्दल आम्ही दिलगीर आहोत. Dismiss

गुण बढाकर आदर्श बनें !

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आदर्श विद्यार्थीकी सभी प्रशंसा करते हैं । पाठशालामें, घरमें तथा अन्यत्र उसकी प्रशंसा होती है ।
हमारा आचरण आदर्श होने हेतु हममें सद्गुण निर्माण होना आवश्यक है ।
भगवानको भी सद्गुणी बच्चे प्रिय हैं; क्योंकि वे स्वयं आनन्दमें रहकर अन्योंको भी आनन्द देते हैं ।
प्रस्तुत ग्रन्थमें स्वावलम्बन, एकाग्रता, आज्ञापालन, राष्ट्राभिमान, धर्माचरण आदि गुण बढाने हेतु बच्चोंको कैसे प्रयत्न करने चाहिए, इसका सरल विवेचन किया है । दोष दूर करने और गुण बढानेवाले सनातनके कुछ बालसाधकोंके उदाहरण भी दिए हैं ।
इन्हें पढकर अन्योंको भी प्रेरणा मिलेगी ।

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गुण बढाकर आदर्श बनें !

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