Weight | 0.093 kg |
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No of Pages | 76 |
ISBN | 978-93-87508-82-8 |
Language | Hindi |
Compilers | परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले (अंतरराष्ट्रीय स्तरके सम्मोहन उपचार विशेषज्ञ) |
Group | 4875 |
स्वसूचनाओंद्वारा स्वभावदोष निर्मूलन (उत्तम साधना एवं आनन्दमय जीवन हेतु उपयुक्त!)
₹75 ₹68
Also available in: English , Marathi
अपने स्वभावदोषोंका और ‘उन स्वभावदोषोंके कारण होनेवाली अयोग्य कृतियोंके समय योग्य कृति क्या करनी चाहिए’, इसका भान मनको होनेके लिए अथवा ‘स्वभावदोषों के कारण मनमें उभरी अयोग्य प्रतिक्रियाएं पुनः उत्पन्न न हों, इसके लिए योग्य दृष्टिकोण क्या रखना चाहिए’, यह मन समझ पाए इसके लिए स्वयंसूचनाएं देनी पडती हैं ।
ये स्वयंसूचनाएं कैसे बनाते हैं, मनको कैसे देते हैं, दिनभरमें कितनी बार स्वयंसूचना लेनी चाहिए आदिकी जानकारी इस ग्रंथमें दी है ।
यह एक वैज्ञानिक एवं अनुभवसिद्ध उपचारपद्धति है ।
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