आचरण एवं सूक्ष्म आयाम से सिखाना

125 113

Also available in: Marathi

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉक्टरजी ज्ञान का मेरुपर्वत एवं गुणों का महासागर है ! उनका नित्य सहज आचरण भी साधना के विविधांगी दृष्टिकोण देनेवाला उनका आचरण देखकर हमें भी पता चलता है कि उचित एवं परिपूर्ण कृति कैसे करनी चाहिए ? वे सूक्ष्म आयाम से भी साधकों को सिखाते हैं । इससे प्रतिकूल परिस्थिति में भी वे सूक्ष्म रूप से हमारे साथ हैं तथा हमें उचित साधना की दिशा प्रदान करेंगे ही, ऐसी साधकों की श्रद्धा बढने में सहायता होती है । सच्चिदानंद परब्रह्म डॉक्टरजी का सिखाना भी चैतन्य के स्तर पर होता है । इसीलिए उनकी सीख साधकों के अन्तर्मन तक पहुंचती है एवं साधक सहजता से वैसा आचरण करते हैं । ऐसे महान गुरु की सीख आत्मसात कर शीघ्र गुरुकृपा के लिए पात्र होने हेतु उपयुक्त ग्रन्थ !

Index and/or Sample Pages

In stock

आचरण एवं सूक्ष्म आयाम से सिखाना

125 113