श्री गणेश अथर्वशीर्ष एवं संकटनाशनस्तोत्र (अर्थसहित)

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श्री गणपति विद्याके देवता तथा विघ्नहर्ता हैं, इसलिए उनकी आराधना सर्वत्र की जाती है । गणेशस्तोत्रपाठसे स्मरणशक्ति बढती है एवं शरीरके सर्व ओर सूक्ष्म सुरक्षा-कवच निर्मित होता है । स्तोत्र संस्कृत भाषामें होनेके कारण उच्चारणमें भी सुधार होता है । इस लघुग्रंथमें श्लोकोंके अतिरिक्त श्री गणपतिकी आध्यात्मिक जानकारी, प्रमुख विशेषताएं, गणेशमूर्तिकी कुछ विशेषताओंका भावार्थ, गणपतिकी उपासना एवं स्तोत्रकी भी संक्षिप्त जानकारी दी गई है । संकष्टनाशनस्तोत्रके अंतमें इसमें दिए गणपतिके १२ नामोंका भावार्थ भी दिया गया है । इसलिए प्रतिदिन अर्थ ध्यानमें रख गणेशस्तोत्रका भावपूर्ण पाठ करें तथा बच्चोंसे भी करवाएं !

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श्री गणेश अथर्वशीर्ष एवं संकटनाशनस्तोत्र (अर्थसहित)

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