Due to operational constraints Online Sanatan Shop is unable to ship the orders between 16 May 2025 and 25 May 2025. Pending orders will be dispatched from 26 May 2025. We apologise in advance for any resulting inconvenience.
आदरणीय ग्राहक आणि जिज्ञासू, काही तांत्रिक कारणांमुळे सनातन शॉपवरून दिनांक १६ मे २०२५ ते २५ मे २०२५ या कालावधीत आलेल्या मागण्यांचे वितरण २६ मे २०२५ पासून करण्यात येईल. आपल्याला होणाऱ्या असुविधेबद्दल आम्ही दिलगीर आहोत. Dismiss

प्रार्थना (महत्त्व एवं उदाहरण)

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कहते हैं, ‘सवेरे प्रार्थनाके सूर्यसे दिनका स्वागत करें और रातमें प्रार्थनाके चंद्रमासे उसे विदा करें’ ।
दैनिक भागदौडमें हम अपनी मानसिक शांति खो बैठते हैं । वह शांति एवं मानसिक शक्ति प्रार्थनासे प्राप्त होती है । प्रार्थना करनेपर असंभव भी संभव लगने लगता है; क्योंकि उसके कारण श्रद्धाका बल प्राप्त होता है, साथ ही ईश्वरके आशीर्वाद भी मिलते हैं । प्रार्थनाका महत्त्व वैज्ञानिकोंने भी स्वीकारा है । ‘प्रार्थनाका स्वास्थ्यपर अच्छा परिणाम होता है’, ऐसा जापानी वैज्ञानिक डॉ. मासारू इमोटो कहते हैं । साधना (ईश्वरप्राप्ति हेतु प्रतिदिन किए जानेवाले प्रयत्न) करनेवालोंके लिए तो प्रार्थना निरंतर ईश्वरसे आंतरिक सान्निध्यमें रहनेका अनमोल साधन ही है ।
सवेरे उठनेसे रातको सोनेतकके कृत्य करते समय; साथ ही अध्ययन, रोग, सेवा आदि अवसरोंपर उपयुक्त सरल प्रार्थनाएं इस लघुग्रंथमें दी हैं । छात्र, गृहिणी, वैद्य, कार्यालयीन कर्मचारी, अभियंता, किसान, साधक, राष्ट्राभिमानी एवं धर्माभिमानी आदि सभीके लिए वे उपयुक्त सिद्ध होंगी । इसके साथ ही दैनिक पूजा-अर्चना, त्यौहार, उत्सव, दिनचर्या, रोग, क्रय (खरीदारी) आदि अवसरोंपर कौनसी प्रार्थनाएं करें, यह भी इस लघुग्रंथसे ज्ञात होंगी ।

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प्रार्थना (महत्त्व एवं उदाहरण)

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